भुवनेश सिंघल
Sunday, July 1, 2012
जिन्दगी
ये स्वर्ग के किवाड़ जैसी है !
खाट को तानती निवाड़ जैसी है !!
समझे इसको तो समझो सुकूं पाया !
वर्ना जिन्दगी एक चिंघाड़ जैसी है !!
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